पानीपत में बड़े भाई से तंग आकर छोटे भाई ने कीटनाशक पीकर खुदकुशी कर ली। दोनों भाईयों के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। बड़े भाई ने उसे न तो जमीन दी और न ही पंचायत का फैसला माना।
दोनों भाईयों के इसी झगड़े की वजह से उनका पिता भी पहले सुसाइड कर चुका है। मरने वाला मोनू ( 34) 3 बच्चों का पिता था। जिसमें 8 और 9 साल की 2 बेटियां और 5 साल का बेटा शामिल है। मृतक की पत्नी के बयान पर पुलिस ने उसके आरोपी जेठ के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने का केस दर्ज कर लिया है।
भाई से तंग आकर खुदकुशी करने का पूरा मामला….
पिता के जिंदा रहते भी विवाद, दोनों को अलग कर दिया था गांव गढ़ी भलौर निवासी ईश्वर सिंह अपने दो बेटों मोनू और सोनू के साथ मिलकर खेती किसानी का काम करता था। उसके दोनों बेटों के बीच बिल्कुल नहीं बनती थी। दोनों बेटों की शादी करवाने के बाद तो घर में क्लेश बढ़ने लगा, जिसके कारण ईश्वर सिंह काफी परेशान रहने लगा। क्लेश से बचने के लिए ईश्वर ने दोनों बेटों को अलग कर दिया। दोनों के बीच घर का बंटवारा भी कर दिया।
जमीन का बंटवारा नहीं किया, तंग आकर पिता ने भी कर ली थी खुदकुशी हालांकि उसने जमीन का बंटवारा नहीं किया। दोनों बेटों को अलग करने के बाद भी परिवार में क्लेश खत्म नहीं हुआ जिसके कारण ईश्वर सिंह ने तंग आकर कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली। ईश्वर सिंह की गांव में 3 किले जमीन थी। इसी जमीन पर वह खेती करके अपने पूरे परिवार का पालन पोषण करते थे। आत्महत्या करने से पहले ईश्वर सिंह ने अपनी वसीयत नहीं लिखी, जिसकी वजह से बड़े बेटे ने सारी जमीन अपने नाम करा ली।
पंचायत में जमीन बंटवारा माना लेकिन नाम नहीं कराई दोनों भाई अलग तो पहले ही हो चुके थे लेकिन जमीन का बंटवारा नहीं हुआ था वहीं उनकी मां भी दोनों ही भाईयों के साथ रहती थी। पिता की मौत के बाद गांव में पंचायत बुलाई गई और पंचायत के सामने ही दोनों को बैठाकर जमीन का बंटवारा किया गया। उस समय सोनू भी मान गया कि वो 1.5 किले जमीन मोनू के नाम कर देगा। उसने ऐसा करने के लिए कुछ दिनों के समय मांगा लेकिन वो बाद में मुकर गया
भाई की धमकी से परेशान होकर निगला जहर जब सोनू ने जमीन अपने छोटे भाई के नाम पर नहीं की तो मोनू ने फिर कई बार पंचायत बुलाई लेकिन वह पंचायत की बात मानने को भी तैयार नहीं हुआ। दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि सोनू अपने छोटे भाई को जान से मारने की धमकी तक दे चुका था। मृतक की पत्नी के अनुसार एक बार जब सोनू मोनू के घर गया था तो सोनू ने कहा कि जमीन के बारे में बात की तो जान से मार दूंगा।
कीटनाशक पीने पर पत्नी अस्पताल ले गई, 3 हफ्ते बाद दम तोड़ा पत्नी ने आगे कहा कि भाई की धमकी और जमीन न देने से परेशान होकर मोनू ने 22 दिसंबर को घर में रखी घास मारने वाली कीटनाशक पी लिया। मोनू ने जहर पिया तो उसकी पत्नी और पड़ोसियों ने उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती करवा दिया। जहां इलाज के बाद उसे वापस घर ले आए थे। लेकिन उसकी फिर तबीयत खराब होने के बाद 4 जनवरी को करनाल के एक निजी अस्पताल ले गए। जहां 13 जनवरी को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुलिस बोली- जल्द होगा आरोपी गिरफ्तार इस बारे में बापौली थाना पुलिस के एसएचओ इंस्पेक्टर नीरज कुमार का कहना है कि फिलहाल मृतक की पत्नी की शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया है। मामले की जांच जारी है, जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।