पानीपत के सनौली क्षेत्र में अमावस्या पर्व के अवसर पर यमुना नदी में दर्दनाक हादसा हो गया। स्नान के दौरान सुबह 8 बजे दो सगे भाइयों समेत तीन श्रद्धालु गहरे कुंड में समा गए थे। वहीं सोमवार को तीन श्रद्धालुओं में से राजस्थान के जिला सीकर के गांव बाय खाटूश्याम थाना निवासी महेश (25) और गांव बलाई सीकर निवासी लोकेश (34) के शव 24 घंटे बाद 3 किलोमीटर दूर तैरते मिले, जिसे गोताखोरों की टीम ने बाहर निकाल लिया है। वहीं एक और श्रद्धालु की तलाश अभी भी जारी है। हरियाणा के पानीपत शहर में मकानों में पत्थर-टाइल लगाने का काम करते थे। हादसे के बाद से हरियाणा-यूपी गोताखोर व फलड पीएसी के जवानों को 2 मोटरबोट के साथ सर्च अभियान जारी है।
तीनों अन्य पांच साथियों के साथ गए थे स्नान करने
सनौली थाना एसएचओं संदीप कुमार, एसडीएम कैराना व सीओं, एसएचओं विरेन्द्र कसाना कैराना ने घाट पर पहुंचकर हादसे की जानकारी ली। राजस्थान के जिला सीकर के गांव बाय खाटूश्याम थाना निवासी महेश (25) हरियाणा के पानीपत के थाना चांदनी बाग क्षेत्र के गांव रिसालू में किराए के मकान में रहता था। वह घरों एवं फैक्ट्रियों में टाइल लगाने का ठेकेदार था। उसके पास में ही छोटा भाई बोधु (21) तथा उनके पास के गांव बलाई सीकर निवासी लोकेश (34) रहता था। वह तीनों राजस्थान और बिहार के पांच अन्य साथियों साथ सनौली घाट यमुना नदी में अमावस्या के अवसर पर स्नान करने के लिए आए थे। इसी दौरान महेश, बोधु व लोकेश गहरे कुंड में समा गए।
2 इंजन मोटरबोट ने चलाया सर्च अभियान
किनारे पर मौजूद उनके साथियों ने शोर मचा दिया तथा पुलिस को सूचना दी। जिस पर सनौली थाना एसएचओं सदीप कुमार, नाका इंचार्ज शमशेर, कोतवाली कैराना प्रभारी निरीक्षक वीरेंद्र कसाना टीम मौके पर पहुंचे। जहां प्राइवेट गोताखोर साजिद, मुस्तकीम उर्फ बिल्लू, जाहिद, दिलशाद व मासूम आदि को यमुना में छलांग लगा दी। जिन्होंने 2 इंजन मोटरबोट के साथ सर्च अभियान चलाया, लेकिन अभी तक एक को ढूंढने में सफलता मिल पाई है। इसके बाद फलड पीएसी के जवानों को भी बुलाया गया। 11 प्राइवेट और 11 फलडपीएसी के गोताखोरों ने दो मोटरबोट से अभियान चलाया। एसडीएम स्वप्निल यादव व सीओ अमरदीप मौर्य भी मौके पर पहुंचे। उधर हादसे की सूचना परिजनों में कोहराम मच गया, परिजन यमुना किनारे तलाश में बैठे हैं।